आज उम्र के इस मोड़ पर खड़े हो कर पीछे देखती हूँ तो न जाने क्या क्या याद आता है कभी वो वीर का पेड़ की ऊपर की टहनियों पर चढ़ कर मीठे पके आम तोड़ कर चिढ़ाना कभी गुड़िया गुड्डे की शादी का खेल और ,कभी स्कूल से आते ही घर में कढम्ब यानी गांठ गोभी की वो खुशबु मन को गुदगुदा जाती है।
उस दिन बाजार सब्जी लेने गयी तो वो साथ नही थे गांठ गोभी देखते ही मन किया की एक बार बना कर खिलाऊँगी नही पसंद आई तो कोई बात नही। सो ले आई मनपसंद सब्जी और बना भी डाली की ट्राई करने में क्या हे ज्यादा से ज्यादा नही खाएंगे। शाम को डरते डरते पापा और इनके सामने परोसी क्या हे ये पूछने पर मेने कहा पापा खा कर बताइये कैसी है तब नाम बताऊँगी। यकीं मानिये पापा ने कहा बेटा ये तो बहुत स्वाद है बिलकुल नॉनवेज सा टेस्ट है। तब मेने उन्हें नाम बताया। अब अक्सर पापा और ये कहते है कि वो अपना वाला नॉनवेज बना देना अच्छा बना लेती हो। आप भी बना कर देखिये कि ये वेजिटेरिअन नॉनवेज आपको केसा लगता है।
सामग्री :-गांठ गोभी १/२ किलो
तीन बड़े प्याज
१० १२ लहसुन की कली
१ इंच अदरक का टुकड़ा
४-५ टमाटर बड़े साइज के
जीरा , नमक ,लाल मिर्च ,हल्दी,सूखा धनिया (पिसा),सूखी मेथी (पिसी) स्वादानुसार
सरसों का तेल २ बड़े चम्मच
विधि :- सबसे पहले गोभी को पत्तों से अलग करके छील लें और छोटे छोटे टुकड़ो में काट लें।
पत्तों में से साफ़ पत्ते निकाल कर उन्हें भी बारीक़ काट लें। साफ पानी में २ बार धो लें।
कुकर में सरसों का तेल गर्म होने दें तब तक प्याज को बारीक पीस लें ,लहसुन और अदरक का पेस्ट बना लें।
तेल के अच्छी तरह गर्म हो जाने पर उसमे जीरा तड़कने दें फिर लहसुन अदरक का पेस्ट डाल कर थोड़ा भूने अब इसमें प्याज डाल कर लाल होने तक भूने।
सबसे पहले थोड़ी सी पिसी लाल मिर्च डालें हिला कर इसमें टमाटर प्यूरी डाल कर भूने फिर सारे मसाले डाल कर भूनें जब तक मसाला तेल ना छोड़ दे।
मसाले में कटी गोभी व पत्ते डाल कर १५ से २० मिनट तक भूने फिर उसमें पानी डाल कर १० १५ मिनट प्रेशर में रखे रहने दें।
सब्जी के गलने तक पकाना है फिर गरम मसाला व हरे धनिये के पत्ते धोकर बारीक़ काट कर ऊपर से डालें।
लीजिये लज़ीज़ सब्जी तैयार है चावल के साथ गर्म गर्म परोसें और वाहवाही बटोर लें।
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